शहर के पॉश इलाके में स्थित तहसील कार्यालय में सुबह आधा दर्जन नकाबपोश बदमाशों ने हमला कर दिया। बदमाशों ने एसडीएम के कक्ष में तोड़फोड़ की। बंदूकें लहराईं, नेम प्लेट निकाली और कांच का गेट तोड़ दिया। इसके बाद बदमाशों ने एसडीएम की गाड़ी के शीशे फोड़ दिए और हवाई फायर करके भाग गए। मामले में एसडीएम अनिल सपकाले ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया है। मामले को भूमाफियाओं के खिलाफ कार्रवाई से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि, हमले के दौरान एसडीएम सपकाले दफ्तर में ही अपनी कुर्सी पर बैठे रहे, लेकिन हमलावरों से उन पर हमला नहीं किया।
एसडीएम कार्यालय पर हमले की सूचना मिलते ही एएसपी जयराज कुबेर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। लोगों का ये भी कहना है कि दफ्तर आने का समय 10 बजे होता है, ऐसे में नकाबपोशों को एसडीएम के सुबह 9 बजे ऑफिस आने की जानकारी कैसे मिल गई? हमले के बाद एसडीएम कार्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एसडीएम कक्ष के बाहर 2 पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं।
ऑफिस का समय 10 बजे तो 9 बजे क्यों आए एसडीएम
एसडीएम अनिल सपकाले का कहना है कि नकाबपोश बदमाशों ने गोली भी चलाई है। लेकिन, पुलिस को जांच में मौके पर कहीं गोली चलने के सबूत नहीं मिले। वहां पर मौजूद लोगों का कहना है कि आखिर 9 बजे एसडीएम अनिल सकपाले दफ्तर क्यों पहुंचे। कर्मचारी भी 10 के बाद ही दफ्तर पहुंचते हैं। कर्मचारियों द्वारा ये भी कहा जा रहा है कि काम ज्यादा होने की वजह से एसडीएम जल्दी आ जाते हैं। चर्चा ये भी है कि क्या नकाबपोश बदमाशों को एसडीएम के आने की जानकारी पहले से थी। हालांकि छतरपुर में चल रही भू माफिया के खिलाफ कार्रवाई को भी एसडीएम कार्यालय में हमले की एक वजह माना जा रहा है।